स्पेशल बीएसटीसी क्या होती है?

स्पेशल बीएसटीसी दो साल में पूरा होने वाला एक कोर्स है। इसे 12वीं करने के बाद किया जाता है। इस कोर्स में विद्यार्थियों को प्राइमरी कक्षाओं को पढ़ाने के लिए ट्रेनिंग दी जाती है यानि यह प्राइमरी टीचर (अध्यापक) बनने के लिए योग्यता कोर्स है।

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स्पेशल बीएसटीसी क्या होती हैं

स्पेशल बीएसटीसी विशेष आवश्यकताओं वाले बच्चों (CWSN) चाइल्ड विथ स्पेशल नीड को पढ़ाने का कोर्स होता हैं. सम्पूर्ण भारत में Special BSTC के लिए 19 हजार सीट हैं, यानी प्रत्येक वर्ष 19 हजार स्टूडेंट्स इस कोर्स को कर सकते हैं. देशभर में कुल 717 स्पेशल BSTC कॉलेज हैं. राजस्थान में इन कॉलेज की कुल संख्या 53 हैं.

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स्पेशल बीएसटीसी कितने प्रकार की होती हैं

HI– Hearing Impaired सुनने में अक्षम VI– Visually Impaired दृष्टीबाधित PI– Physically Impaired शारीरिक अक्षम MI– Mobility Impaired चलने फिरने में अक्षम MD– Mental Disorder मानसिक मंद

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स्पेशल बीएसटीसी के फायदे क्या हैं

विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को पढाने के लिए सरकार द्वारा विशेष यानी स्पेशल एजुकेशन वाले अध्यापकों की नियुक्ति की जाती हैं. स्पेशल एजुकेशन के साथ साथ ये अध्यापक, सामान्य अध्यापकों के लिए भी अप्लाई कर सकते हैं

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स्पेशल बीएसटीसी कौन करवाता हैं

RCI (Rehabilitation Council Of India) Approved Colleges पूरे भारत में स्पेशल एजुकेशन के लिए कोर्सेज करवाता हैं

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स्पेशल बीएसटीसी के लिए उम्र सीमा क्या है 

बीएसटीसी कोर्स को करने के इच्छुक आवेदकों की आयु 28 साल से अधिक नहीं होनी चाहिए। 

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स्पेशल बीएसटीसी  करने के बाद कौनसी जॉब मिलती है

इस कोर्स को किया हुआ कोई भी अभ्यर्थी प्राइमरी कक्षाओं (1st से 5th तक) में टीचर बनने की योग्यता रखता है।

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क्या हैं selection process

दोस्तों स्पेशल एजुकेशन में प्रवेश हेतु AIOAT Exam Conduct करवाता हैं. जिसकी मेरिट के हिसाब से एडमिशन दिया जाता हैं.

Special BSTC 2023 Application Form स्पेशल बीएसटीसी 2023 का ऑफिसियल नोटिफिकेशन जारी