रामकृष्ण परमहंस के 10 अनमोल विचार

ज्ञान हमेशा एकता की ओर जाता है, लेकिन विविधता हमेशा अज्ञानता की ओर ले जाती है।

फूल के खिलने से मधुमक्खियां बिन बुलाए आ जाती हैं।

कस्तूरी मृग उस गंध के स्रोत को खोजता रहता है, जबकि वो गंध स्वयं उसमें से आती हैं।

अगर तुम पूर्व की ओर जाना चाहते हो तो पश्चिम की ओर मत जाओ।

प्रेम के माध्यम से त्याग और विवेक की भावना स्वाभाविक रूप से प्राप्त हो जाती है।

भगवान की शरण लो।

ईश्वर को सभी रास्तों से महसूस किया जा सकता है।

जब तक यह जीवन है, हमें सदा सीखते रहना चाहियें।

सत्य के द्वारा ही ईश्वर को महसूस किया जा सकता है।

स्वामी विवेकानंद के 9 अनमोल वचन